अपेक्षित सहयोग
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आज के परिपेक्ष को देखते हुए जैन समाज सभी वर्गों में श्रेष्ठ है। जैसे शिक्षा, संस्कृति, हॉस्पिटल, गौशाला, गुरुकुल, धर्मशाला, मंदिर इत्यादि। यह सब हमें गुरु कृपा से मिला है। जिसके माध्यम से आज जैन समाज की अपनी अलग ही पहचान है। अगर गुरु कृपा ना होती तो जैन समाज इतना उच्च कोटि के शिखर पर नहीं होता।
हमारे गुरुओं ने हमें इतना सब कुछ दिया, परन्तु हमने अपने गुरुओं के लिए क्या किया ?
कई प्रांत ऐसे हैं जहां पर दिगम्बर मुनियों को विहार करने में बहुत कठिनाई आती है। साथ ही साथ विहार में आहार की व्यवस्था भी नहीं बन पाती है। चौके वाले भी नहीं मिलते हैं। कई गांव व शहर ऐसे हैं जहाँ आज तक भी चातुर्मास नहीं हुए हैं।
इन सबको देखते हुए हमारे मन में यह भाव जागृत हुआ है कि क्यों ना हम दिगम्बर मुनियों के आहार विहार की व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाएं। अगर प्रत्येक व्यक्ति तन मन धन से अपने कर्तव्यों का पालन करें तो हम अपने सच्चे गुरु को सुरक्षित रख सकते हैं। जिसके माध्यम से हमारा समाज, धर्म, संस्कृति सब सुरक्षित
रह सकते हैं।
हम आपको ये पूर्ण विश्वास दिलाते हैं कि आपकी चंचला लक्ष्मी का उपयोग गुरुओं की सेवा में जायेगा। हम इस सेवा के लिए आपसे वचनबद्ध हैं।
हम आपको ये पूर्ण विश्वास दिलाते हैं कि आपकी चंचला लक्ष्मी का उपयोग गुरुओं की सेवा में
जायेगा। हम इस सेवा के लिए आपसे वचनबद्ध हैं
योजना :
1. | 11,11,111 | परम शिरोमणी संरक्षक |
2. | 5,55,555 | शिरोमणी संरक्षक |
3. | 1,11,111 | परम संरक्षक |
4. | 51,151 | वरिष्ठ संरक्षक |
5. | 31,131 | संरक्षक |
6. | 21,121 | आजीवन सदस्य |
7. | 11,111 | सदस्य |
8. | 501 | आजीवन मासिक दान दातार |
Account Number | : | 50200073358170 |
Bank Name | : | HDFC Bank Ltd. |
IFSC Code | : | HDFC0001273 |
Mail id | : | vvspsadhusevatrust@gmail.com |
Trust Pan Card | : | AADTV8567E |